अनुप्रास अलंकार (Anupras alankar) :-
अनुप्रास अलंकार (anupras alankar) –अनुप्रास शब्द ‘अनु‘ ‘प्र‘ तथा ‘आस‘ तीन पदों के मेल से बना है| इसका अर्थ है- ‘अनु’ (पीछे-पीछे) ‘प्र’ (प्रकृष्ट वर्णों का’), ‘आस’ (सन्निवेश) अर्थात जब एक ही वर्ण की आवृति एक से अधिक बार होती है, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है |







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